ओंकारेश्वर मंदिर में आज से 15 दिन तक त्रिकाल पूजन पर रोक
*""भक्तों से मिलने मालवा भ्रमण पर निकले ओंकारजी""*
खण्डवा , संजय चौबे । पुरातन कालीन परंपरा के अनुसार ओंकार भगवान मालवा क्षेत्र में 15 दिनों के भ्रमण पर आज सोमवार को निकलेंगे। भगवान ओंकारेश्वर की विदाई के बाद एक पखवाड़े तक त्रिकाल पूजा नहीं होगी। निमित मात्र पूजा की जाएगी। मंदिर में भोग, शयन व श्रृंगार भी नहीं किया जाएगा। इसके साथ ही मंदिर में लगने वाली सेज, झूला, चौपड़ व पासे भी नहीं लगाए जाएंगे। कार्तिक सुदी अष्टमी को रतलाम, जावरा, महिंदपुर, उज्जैन सहित मालवांचल का भ्रमण करके 19 नवम्बर भैरव अष्टमी पर लौटेंगे। मंदिर संस्थान के ट्रस्टी देवेंद्र सिंह चौहान ने बताया हर साल ओंकार महाराज भक्तों का हाल जानने के लिए मालवा जाते है। हजारों साल से चली आ रही परंपरा में पालकी में सवार को पुजारी भी साथ जाते थे। मान्यता के अनुसार जिस गांव में भगवान रात्रि विश्राम करते थे, वहां ग्रामीणों द्वारा व्यवस्था करते थे। वर्तमान में ट्रस्ट ने इस परंपरा को समाप्त कर दिया। केवल सांकेतिक रुप से भ्रमण कराया जाता है।