राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली के निर्देशानुसार 14 दिसम्बर 2019 को जिला मुख्यालय अनूपपुर एवं तहसील न्यायालय कोतमा व राजेन्द्रग्राम में नेशनल लोक अदालत का आयोजन डॉ. सुभाष कुमार जैन, जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अनूपपुर के मार्गदर्शन में किया गया। जिला न्यायालय अनूपपुर में इस दिन प्रातः 10:30 बजे राजेश कुमार अग्रवाल प्रथम अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं भू-भास्कर यादव, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के द्वारा दीप प्रज्जवलित कर नेशनल लोक अदालत का शुभारंभ किया गया।
लोक अदालत के लिये जिला न्यायालय अनूपपुर एवं तहसील न्यायालय कोतमा व राजेन्द्रग्राम में कुल 10 खण्डपीठों का गठन किया गया था। लोक अदालत में दाण्डिक, शमनीय प्रकरण, चेक अनादरण प्रकरण, बैंक वसूली प्रकरण, मोटर दुर्घटना प्रकरण, वैवाहिक प्रकरण, श्रम विवाद, भूमि अधिग्रहण, सिविल प्रकरण एवं बिजली व पानी के बिल से संबंधित प्रकरणों का निराकरण किया गया। जिला मुख्यालय, अनूपपुर, तहसील कोतमा एवं राजेन्द्रग्राम में लंबित प्रकरणों मेें से 1356 प्रकरणों को लोक अदालत मे रेफर किया गया, जिनमे से कुल 297 प्रकरणों का निराकरण हुआ। प्रीलिटिगेशन के 1157 प्रकरण लोक अदालत में प्रस्तुत हुए जिनमें से 38 प्रकरणों का निराकरण लोक अदालत के माध्यम से हुआ। लोक अदालत में कुल राशि 14289381 अवार्ड हुई। लोक अदालत मे सभी पक्षकारो ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया तथा आपसी सुलह एवं सामंजस्य के आधार पर स्वस्थ वातावरण में आपसी राजीनामा की कार्यवाही करके पारस्परिक भाईचारा एवं सौहार्द का परिचय दिया तथा अपने-अपने प्रकरणों का राजीनामे के आधार पर निराकरण कराया।
लोक अदालत में वैवाहिक प्रकरणों का सफलतापूर्वक निराकरण हुआ। दो प्रकरणों में आपसी कलह, वाद-विवाद के कारण अलग रह रहे पति-पत्नी को समझाईश देकर, खुशी-खुशी एक साथ रहने पर राजीनामा कराया गया। एक प्रकरण में पत्नी भरण-पोषण की राशि प्राप्त कर पति से अलग रह रही थी। लोक अदालत में दोनों पक्षों को समझाईश दी गयी, जिसपर पत्नी भरण-पोषण की राशि न लेकर पति के साथ रहने को तैयार हो गयी। वहीं दूसरे प्रकरण भरण-पोषण की राशि दिलाये जाने के लिये न्यायालय में विचाराधीन था, उक्त प्रकरण में भी पति-पत्नी राजीनामा से एक साथ रहने को तैयार हुये।
लोक अदालत के शुभारंभ अवसर पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ज्योति राजपूत, व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-1 राकेश सनोडि़या, व्यवहार न्यायाधीश वर्ग -2 आरती रतौनिया, प्रशिक्षु न्यायाधीश शिखा लोकेश दुबे, निधि चिटकारा, रवि साहू, भाविनी सिंह, जीतेन्द्र मोहन धुर्वे जिला विधिक सहायता अधिकारी, अधिवक्ता संघ अध्यक्ष दुर्गेश पाण्डेय, अधिवक्ता संतोष सिंह परिहार, नगर पालिका, विद्युत मण्डल, बैंकों के अधिकारियों-कर्मचारियों सहित पक्षकारगण, अधिवक्तागण एवं न्यायालयीन कर्मचारी उपस्थित थे।