नए वर्ष के पहले दिन एक जनवरी को मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी की अधिकतम बिजली मांग 5431 मैगावाट दर्ज की गई। पिछले तीन दिनों से मालवा और निमाड़ में रोज 9 करोड़ यूनिट से ज्यादा बिजली की आपूर्ति हो रही हैं, यह गत वर्ष से ज्यादा हैं।
मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी इंदौर के प्रबंध निदेशक श्री विकास नरवाल ने बताया कि इंदौर, देवास, उज्जैन, धार, रतलाम, मंदसौर, खरगोन जिले में बिजली की सबसे ज्यादा मांग बनी हुई हैं। इन जिलों में सबसे ज्यादा कृषि पंप के अलावा औद्योगिक मांग, गैर घरेलू, घरेलू मांग हैं। इस कारण बिजली की मांग में इजाफा हुआ हैं। श्री नरवाल ने बताया कि इंदौर जिले में एक दिन में करीब 1.10 करोड़ यूनिट, उज्जैन में 1 करोड़ यूनिट, धार जिले में 95 लाख यूनिट, खरगोन में 86 लाख यूनिट, देवास में 82 लाख यूनिट, रतलाम में 62 लाख यूनिट, रतलाम में 45 लाख यूनिट की मांग हैं। अन्य जिलों में भी बिजली की मांग अन्य माह की तुलना में ज्यादा हैं।
दिसंबर में 2.70 अरब यूनिट वितरण
बिजली कंपनी ने दिसंबर में 270 करोड़ यूनिट बिजली वितरित की हैं। इस दौरान बिजली की मांग कृषि कार्यों में सबसे ज्यादा देखी गई। करीब 12 लाख पंपों के चलने से मांग बढ़ी हुई पाई गई।