नागरिको का मिल रहा समर्थन, संगठन द्वारा तय किया जाना है नाम
खिरकिया। नगर परिषद चुनाव को लेकर आरक्षण हो चुका है। इस बार नगर परिषद का आरक्षण इस बार अनारक्षित मुक्त हुआ है। नगर के लिए यह मौका पूरे 20 वर्ष बाद आया है, जबकि आरक्षण अनारक्षित मुक्त के लिए हुआ है। ऐसे में इस नगर परिषद में अध्यक्ष पद को दावेदर सामान्य वर्ग से होगा। सामान्य वर्ग के नेताओ के लिए यह अवसर खुल गया है। बहरहाल अब अनारक्षित मुक्त सीट होने के चलते अब नई अटकलों का दौर शुरू हो गया है।
पिछले 10 सालो से नगर परिषद की सत्ता से दूर भारतीय जनता पार्टी इस बाद खासा दम लगाऐंगी। कांग्रेस को हेट्रिक से रोकने के लिए टिकाउ और मजबूत प्रत्याशी उतारने पर जोर दिया जा रहा है। ऐसे में एक ही नाम नगर में इन दिनो चर्चाओं में है। भाजपा की ओर से सिक्ख समाज से आने वाले महेन्द्र सिंह खनूजा का नाम लोगो की जुबान पर है। नगर परिषद अध्यक्ष की टिकट के लिए भाजपा की ओर से उन्हे प्रमुख और मजबूत दावेदार माना जा रहा है। यदि वे प्रत्याशी होते है, तो भाजपा चुनाव में ज्यादा जोर लगाने की आवश्यकता नही होगी। जिसका प्रमुख कारण महेन्द्रसिंह खनूजा का व्यक्तित्व है।
महेन्द्रसिंह खनूजा लंबे समय से भाजपा के सक्रिया पदाधिकारी और कार्यकर्ता है। राजनैतिक पृष्ठभूमि के अलावा उनकी सामाजिक और व्यक्तिगत छवि भी साफ सुथरी है। मुस्लिम समाज के नागरिको के बीच भी अपनी पैठ रखते है। समय समय पर मुस्लिम समाज के कार्यक्रमो में शरीक हुए है। वही मुस्लिमजनो को अपने कार्यक्रमो मंे आमंत्रित कर भाईचारे की मिशाल भी पेश कर चुके है। वर्तमान में वे सिक्ख समाज से अध्यक्ष भी है। वही नगर विकास समिति के प्रवक्ता भी है। भाजपा मंडल एवं जिला कार्यकारिणी मंे भी पदाधिकारी रह चुके है। महेन्द्रसिंह खनूजा प्रदेश के कृषि मंत्री एवं क्षैत्रीय विधायक कमल पटेल से करीबी भी है। ऐसे में उनकी दावेदारी प्रबल मानी जा रही है। भाजपा के लिए महेन्द्रसिंह खनूजा एक अच्छे और मजबूत दावेदार हो सकते है। जिनको अभी से ही लोगो का समर्थन मिल रहा है। नागरिक उनके मुलाकात टिकट के लिए दावेदारी करने की बात रख रखे है। भारतीय जनता पार्टी की बात करे तो यहां दावेदारो की फेहरिस्त लंबी हो सकती है। सभी एक से बढ़कर एक दावेदार और पार्टी व नेताओ के साथ पकड़ रखने वाले है। जिनमंे सबसे उपर महेन्द्रसिंह खनूजा का नाम हो सकता है।