
एकीकृत बागवानी विकास मिशन योजना के अंतर्गत कृषक बंधुओं के लिए 12 एवं 13 दिसम्बर 2019 को शासकीय उद्यान फलबाग इंदौर में दो दिवसीय कृषक सेमीनार आयोजित किया गया। कार्यक्रम में जिले के कृषि महाविद्यालय एवं कृषि विज्ञान केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिकों द्वारा कृषकों को उद्यानिकी विषयों पर विस्तृत चर्चा कर सलाह एवं मार्गदर्शन प्रदान किया गया। इसके अतिरिक्त यहां कृषि विभाग, कृषि अभियांत्रिकी, आत्मा, पशुपालन, मत्स्य विभाग एवं ड्रिप/ स्प्रिंकलर कम्पनी तथा फसल बीमा आदि के स्टाल भी लगाए गये।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि अध्यक्ष जिला पंचायत सुश्री कविता पाटीदार, विधायक प्रतिनिधि श्री संतोष पाटीदार एवं विशेष अतिथि अध्यक्ष कृषि स्थाई समिति श्री पुरूषोत्तम धाकड द्वारा किया गया।
वैज्ञानिक श्री प्रभाकरण नाटकर्णी द्वारा उद्यानिकी फसल अंतर्गत एप्पल बेर की खेती, एप्पल बेर से फायदे एवं एप्पल बेर की खेती कर कृषक किस प्रकार अपनी आमदनी की बढ़ोतरी कर सकते है, कम पानी में किस प्रकार एप्पल की खेती कर सकते हैं, इस संबंध में सलाह एवं मार्गदर्शन दिया गया। इसी तरह मूली की खेती किस प्रकार करनी चाहिये, मूली की खेती से किस प्रकार अधिक आय प्राप्त की जाए। भविष्य में किस प्रकार की उद्यानिकी फसलों की खेती की जाये, उद्यानिकी फसलों में कैसे बाहर ट्रिटमेंट कर विपुल एवं गुणवत्तायुक्त उत्पादन प्राप्त किया जाये, इस संबंध में जानकारी दी गई। कृषि महाविद्यालय के डॉ. एन.के. गुप्ता द्वारा फलक्षेत्र विस्तार अंतर्गत फलोद्यान के संबंध में विस्तृत जानकारी दी गई।
कार्यक्रम में कृषकों को जैविक खेती अपनाकर जमीन की उर्वरा शक्ति को बनाये रखकर अधिक उत्पादन प्राप्त करने के तरीके एवं किस प्रकार जैविक खाद एवं दवाईयां बनाई व उपयोग की जा सकती है। इस संबंध में विस्तृत रूप से कृषकों से चर्चा की गई तथा जैविक खेती से प्राप्त उत्पादों का उपयोग किस प्रकार स्वास्थ्य के अनुकूल रहता है, इस संबंध में चर्चा की गई।
मौसम आधारित फसल बीमा योजना अंतर्गत सुरक्षित किसान देश का अभियान अंतर्गत अतिवृष्टि, अल्पवृष्टि, बैमौसम वर्षा, कम अधिक तापमान, सापेक्षित आर्द्रता, वायु की तीव्रता या इनमें से किन्ही दो या तीन घटकों से होने वाली उद्यानिकी फसलों जैसे- टमाटर, बैंगन, प्याज, फूलगोभी, पत्तागोभी, हरे मटर, लहसुन, धनिया, आम, अनार एवं आलू में क्षतिपूर्ति हेतु फसल बीमा की आवश्यकता प्रत्येक कृषक को क्यों है, इसके बारे में बीमा कम्पनी एचडीएफसी एर्गो प्रतिनिधि श्री ललित गर्ग द्वारा चर्चा की गई। साथ ही रबी मौसम में बीमा कराने की अऋणी कृषकों के लिये तिथि 31 दिसम्बर निर्धारित है, की जानकारी दी गई।
सेमीनार में जल शक्ति अभियान के तहत ड्रिप/ स्प्रिंकलर कंपनियों द्वारा अपने स्टॉल प्रदर्शित किये गये, जिसमें कृषकों को ड्रिप एवं स्प्रिंकलर का उपयोग करते हुये जल की प्रत्येक बूंद से अधिक से अधिक सिंचाई करने की महत्ता की जानकारी दी गई। साथ ही कृषि विभाग, पशुपालन विभाग, मत्स्य विभाग, कृषि अभियांत्रिकी द्वारा विभागीय स्टॉल के माध्यम से विभागों द्वारा संचालित शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं को प्रदर्शित किया गया है।
इस मौके पर उप संचालक कृषि श्री चौरसिया, परियोजना अधिकारी कृषि आत्मा श्रीमती शर्ली थॉमस एवं कार्यक्रम समन्वयक श्री देशवाल एवं बड़ी संख्या में कृषक उपस्थित थे। उप संचालक उद्यान श्री त्रिलोकचंद्र वास्कले द्वारा अन्त में आभार प्रकट किया गया।